जिस प्रधानमंत्री आवास योजना का आ गया नया टारगेट Pm Awas Yojana Ka Nya Lakshay का सभी को इंतजार था अब इंतजार की घड़ी समाप्त हो चुकी है क्योकि प्रधान आवास का नवीन टारगेट आ गया है अब सभी को पुरानी आवास प्लस की सूची के हिसाब से जिस ग्रामपंचायत,जिला ,जनपद और विलाक मे जितना लक्ष्य प्राप्त हुआ है जैसे ST मतलब अनुसूचित जन जाती , SC अनुसूचित जाती, GENRALऔर OBC प्रधानमंत्री आवास मे एक ही केटीगिरी के अंतरगत आते है
प्रधानमंत्री आवास योजना का आ गया नया टारगेट Pm Awas Yojana Ka Nya Lakshay
प्रधानमंत्री आवास का चयन लग भाग एक सपताय मे पूर्ण होकर जो लोग प्रधान मंत्री आवास मे पात्र है उनके रजिशटेशन आवास प्लस सूची के अनुसार कर दिये जाएगे लेकिन इससे पहले जिन लोगो का रजिशटेशन होना है उन लोगो की फोरमेलती ग्रामपंचायत मे जमा करनी होगी अब सबाल ये आता है की हमे कैसे पता चलेगा की हमारा प्रधानमंत्री आवास मे नाम आया है की नहीं इसकी चिंता आपको करने की नहीं है आप जिस ग्राम पंचायत, जिला, जनपद से है उसी विभाग के दुवारा आपको जानकारी दी जाएगी और इसके साथ आपसे एक फॉर्म भी फिल कराया जाएगा जिसमे आपका आधार कार्ड,पासबूक,समग्र आईडी,जॉब कार्ड एक पासपोर्ट कलर फोटो, मोबाइल नंबर और एक शपथ पत्र भी लिया जा सकता है अब आप लोग सोच रहे होगे की सपथ पत्र किस लिए लिया जा रहा है सपथ पत्र लेना इस लिए जरूरी हो सकता है की कुछ लोगा pm aawas प्रधान मंत्री आवास का पेसा आमे के बाद राशी का गलत उपयोग कर लेते है और फिर बाद मे आवास बनाने मे देरी करते है शायद इस कारण से सपथ पत्र लिया जा सकता है
प्रधानमंत्री आवास के फोरम को प्राप्त करने के लिए नीचे दिये गए आवास फॉर्म पर क्लिक करे
प्रधान मंत्री आवास की संपूण प्रक्रिया
1 सबसे पहले प्रधानमंत्री आवास का फॉर्म प्राप्त करना होता है
2 फिर उस फॉर्म का पंचायत या जनपद दुवारा रजिस्ट्रेशन किया जाता है
3 फॉर्म के रजिट्रेशन के बाद पंचायत को लिस्ट दी जाती है कि जिस कयक्ति का खाता आपने दिया था वह सही है क्या गलत
4 पंचायत दुवारा वेफिकेशन के बाद जनपद दुवारा भोपाल के लिए पहली किस्त के लिए आवेदन सेंड कर दिया जाता है
5 भोपाल से जनपद के आवेदन को स्वीकार कर पहली किस्त
25000 की क़िस्त हितग्राही को प्रधान की जाती है
6 हितग्राही को 25000 में 14 फुट चोडा 19 फुट लंबाई कुल क्षेत्रफल 266 हो जाता है इतना ही हितग्राही को बीम डालनी पड़ती है
7 इसके बाद पंचायत में सचिव व ग्राम रोजगार के दुवारा बीम की जियो टेग की जाती है
8 यह जियोटेग जनपद के पोर्टल पर दिखाई देती है जनपद से इसे स्वीकार कर भोपाल को सेंड की जाती है
9 फिर भोपाल से दूसरी क़िस्त 40000 रुपया हितग्राही के खाते में डाल दिये जाते है इस 40000 में हितग्राही को मकान लेंटर लेविल पर ले जाना होता है
10 लेंटर लेविल की फिर से जियोटेग की जाती है और फिर से यही प्रकिया की जाती है और हितग्राही के खाते में तीसरी क़िस्त 40000 की डाल दी जाती है इस बार हितग्राही को लेंटर डालना होता है
11 लेंटर होने के बाद जियोटेग पूर्ण आवास की जाती है और हितग्राही की अंतिम क़िस्त 15000 रुपया खाते में डाल दिये जाते है