उपरोक्त विषयगत दिनांक 17-09-2023 को भारत सरकार के द्वारा प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना प्रचार-प्रसार Pradhan Mantri Vishwakarma Yojana Promotion प्रारंभ की गई है। जिसके अंतर्गत ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में पारंपरिक 10 व्यवसायों में संलग्न विश्वकर्माओं को निशुल्क 5-7 दिन का बेसिक एवं 15 दिवसीय एडवांस प्रशिक्षण प्रदाय किया जाकर सरकार द्वारा लोन उपलब्ध कराया जायेगा।
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना प्रचार-प्रसार Pradhan Mantri Vishwakarma Yojana Promotion
पी. एम. विश्वकर्मा योजना के अंतर्गत प्रचार-प्रसार एवं पंजीयन
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना प्रचार-प्रसार Pradhan Mantri Vishwakarma Yojana Promotion (पीएम विश्वकर्मा योजना) एक सरकारी पहल है जिसका उद्देश्य पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को सशक्त बनाना और उन्हें वित्तीय, तकनीकी और शैक्षिक सहायता प्रदान करना है। इस योजना के तहत छोटे और मध्यम स्तर के कारीगरों को आर्थिक रूप से मजबूत किया जाता है ताकि वे अपनी कला को और बेहतर बना सकें और अपनी आजीविका में सुधार कर सकें।
उक्त योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार करते हुए पात्र हितग्राहियों का पंजीयन पी.एम. विश्वकर्मा पोर्टल (http://pmvishwakarma.gov.in) पर अधिक से अधिक संख्या में कराकर वेरीफिकेशन भी किया जाना सुनिश्चित करें।
इस योजना पात्र हितग्राही जो लाभ प्राप्त कर सकते है इस प्रकार से है
सुनार,
बढ़ई ,
मूर्तिकार/पत्थर गढ़ने वाले,
कुम्हार,धोबी,
राजमिस्त्री
बुनकर/चटाई/झाड़ू बनाने वाले,
रस्सी कातने वाले/बेलदार,
हार बनाने वाले
दर्ज़ी
मछली पकड़ने का जाल बनाने वाला
नाव बनाने वाले,
कवच बनाने वाला,
लोहार,
ताला बनाने वाले,
कुल्हाड़ियों और अन्य उपकरण वाले आदि लोग आते है
योजना के प्रचार-प्रसार के लिए निम्नलिखित कदम उठाए जा सकते हैं:
1 सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म - फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर, यूट्यूब आदि पर योजना के बारे में जानकारी साझा करना। ऑनलाइन वीडियो, पोस्टर और इन्फोग्राफिक्स बनाना। सरकारी वेबसाइट और मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से योजना और आवेदन प्रक्रिया के बारे में जानकारी प्रदान करना।
2 स्थानीय सार्वजनिक बैठकें और कार्यशालाएँ - ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में सार्वजनिक बैठकें आयोजित करना। शिल्पकारों और कारीगरों के लिए विशेष कार्यशालाएँ आयोजित करना। प्रशिक्षण और जागरूकता सत्र आयोजित करना।
3 मीडिया अभियान - रेडियो, टीवी और समाचार पत्रों पर विज्ञापन। एफएम चैनलों पर विशेष कार्यक्रम प्रसारित करना। समाचार पत्रों और पत्रिकाओं में लेख और विज्ञापन प्रकाशित करना।
4 स्थानीय सरकारी कार्यालयों और पंचायतों के माध्यम से - पंचायत स्तर पर योजना के बारे में जानकारी प्रसारित करना।सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को योजना के बारे में जानकारी देना ताकि वे इसे आम जनता तक पहुंचा सकें। लाभार्थियों के अनुभवों को साझा करके योजना का प्रभावी प्रचार-प्रसार करना।
5 मोबाइल वैन और सूचना केंद्र - विशेष मोबाइल वैन तैयार करना, जो अलग-अलग इलाकों में जाकर लोगों को योजना के बारे में जानकारी दें। सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों के माध्यम से स्थानीय सूचना केंद्र स्थापित करना।
6 योजना से जुड़े लाभार्थियों की कहानियां - सफल लाभार्थियों की कहानियों का प्रचार-प्रसार करना ताकि अन्य लोग भी योजना का लाभ उठाने के लिए प्रेरित हो सकें।
ये सभी कदम प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के प्रचार-प्रसार के लिए महत्वपूर्ण हो सकते हैं ताकि इस योजना का लाभ अधिक से अधिक कारीगरों और शिल्पकारों तक पहुंच सके।